113 Download
Free download Hindi Diwas Par Bhashan PDF In This Website. Available 100000+ Latest high quality PDF For ebook, PDF Book, Application Form, Brochure, Tutorial, Maps, Notification & more... No Catch, No Cost, No Fees. Hindi Diwas Par Bhashan for free to Your Smartphone And Other Device.. Start your search More PDF File and Download Great Content in PDF Format in category Study Materials
6 months ago
Hindi Diwas Par Bhashan PDF Free Download, हिंदी दिवस पर भाषण प्रतियोगिता, हिंदी दिवस पर भाषण Pdf, हिंदी दिवस समारोह के अवसर पर अपने वक्तृत्व में हिंदी भाषा का महत्त्व प्रस्तुत कीजिए।, शिक्षक दिवस पर भाषण हिंदी में, हिंदी पर भाषण, हिंदी दिवस पर कहानी, हिंदी दिवस पर गीत.
Hindi Diwas Speech in Hindi 2022 (हिंदी दिवस पर भाषण हिंदी में 2022): प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है। इसके अलावा 14 सितंबर को डॉक्टर राजेंद्र सिंह जी की जन्म जयंती भी मनाई जाती है, जिन्होंने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा का मान दिलाने की दिशा में अथक प्रयास किया था। इस अवसर पर छात्रों को हिंदी दिवस के महत्व व इतिहास को बताने के लिए भाषण प्रतियोगिता के साथ अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
Hindi Diwas Speech in Hindi 2022 (हिंदी दिवस पर भाषण हिंदी में 2022): हिंदी महज भाषा नहीं बल्कि यह हमको रचती है….. आशुतोष जी की यह पंक्ति हिंदी भाषा पर सटीक बैठती है। हिंदी को मन की भाषा कहा जाता है, यह मन के बंद ताले को खोल सकती है। हमारी आत्मा और ज्ञान का पथ बोल सकती है। यह महज भाषा नहीं बल्कि भारतीयों को एकता के सूत्र में पिरोती है। यह दुनियाभर के भारतीयों को भावनात्मक रूप से एक साथ जोड़ने का काम करती है।
बता दें प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस (Hindi Diwas Speech in Hindi 2022) मनाया जाता है। आजादी मिलने के बाद देश के सामने भाषा को लेकर सबसे बड़ा सवाल खड़ा था। क्योंकि भारत में सैकड़ो भाषाएं और हजारों बोलियां बोली जाती थी, इसे ध्यान में रखते हुए संविधान सभा में एकमत के साथ 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था। वहीं 14 सितंबर 1953 में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के सिफारिश के बाद से प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हमारी मातृ भाषा को राष्ट्र भाषा का दर्जा दिया गया था।
भारत के राष्ट्र पिता महात्मा गांधी ने साल 1918 में एक हिन्दी साहित्य सम्मेलन के दौरान हिंदी भाषा को राजभाषा बनाने की इच्छा जाहिर की थी।उन्होंने हिंदी को जनमानस की भाषा बताया था, जिसका महत्व काफी अधिक है। जिसके बाद पहली बार 14 सितंबर 1953 को पहले बार हिंदी दिवस मनाया गया था।
इसके अलावा 14 सितंबर को डॉक्टर राजेंद्र सिंह जी की जन्म जयंती भी मनाई जाती है, जिन्होंने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा का मान दिलाने की दिशा में अथक प्रयास किया था। कहा जाता है कि हिंदी की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई है। हिंदी ही एकमात्र ऐसी भाषा है, जिसे हम जैसे सोचते हैं वैसा ही लिखते हैं। यही कारण है कि हिंदी को मन की भाषा कहा जाता है। लोग अक्सर विश्व हिंदी दिवस व राष्ट्रीय हिंदी दिवस को लेकर असमंजस में पड़ जाते हैं। बता दें विश्व हिंदी दिवस 10 सितंबर को मना: या जाता है, इसका उद्देश वैश्विक स्तर पर हिंदी का प्रचार प्रसार करना है। तथा वैश्विक स्तर पर हिंदी को बढ़ावा देना है।
स्कूल कॉलेज से लेकर अन्य शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी दिवस को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस अवसर पर छात्रों को हिंदी दिवस के महत्व व इतिहास को बताने के लिए भाषण प्रतियोगिता के साथ अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। ऐसे में यदि आप भी हिंदी दिवस के अवसर पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहे हैं, तो हमारे इस लेख पर एक नजर अवश्य डालें। यहां आपको अपने भाषण को दमदार बनाने के शानदार टिप्स बताएंगे। यदि आपने इस लहजे से अपनी स्पीच को तैयार कर लिया तो तालियों की गड़गड़ाहट से स्टेडियम गूंज उठेगा।
ऐसे करें भाषण तैयार, छोड़ जाएंगे छाप
यदि आप चाहते हैं कि भाषण की शुरुआत के साथ तालियों की गड़गड़ाहट आपके आवाज को बुलंद कर दे, तो स्पीच की शुरुआत हिंदी दिवस पर शायरी या किसी दमदार डायलॉग से करें। इसके लिए मंच पर चढ़ते ही दमदार शायरी या पंक्ति के साथ लोगों को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दें।
इसके बाद मंच पर उपस्थित प्राधानाचार्य महोदय, विशेष अतिथिगण और श्रोताओं का अभिवादन करें और तैयार किए गए भाषण को पूरे जज्बे के साथ बेझिझक लोगों के सामने पेश करें। ध्यान रहे स्पीच के दौरान हिंदी दिवस का महत्व व इतिहास का जिक्र करना ना भूलें, बिना इसके हिंदी दिवस पर स्पीच को अधूरा माना जाएगा। नीचे दिए इस पंक्ति के साथ अपने स्पीच की शुरूआत कर सकते हैं।
एक भाषा है आशा भरी जिसका नाम हिंदी है,
हिंदी केवल जुबां नहीं, देश के माथे की बिंदी है।
हमारी एकता और अखंडता ही
देश की पहचान है, हिंदुस्तानी हैं
हम और हिंदी हमारी जुबान है।
ऐसे बनाएं स्पीच को शानदार
सुप्रभात, आदरणीय प्राधानाचार्य महोदय, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्रिय साथियों सर्वप्रथम आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हिंदी दिवस पर मुझे अपने भाव व्यक्त करने का मौका दिया, इसके लिए आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं। प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को इस दिन हमारी मातृ भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया था, प्रत्येक भारतीय के लिए यह बड़े गर्व का दिन है। हिंदी दिवस के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में समारोह आयोजित किया जाता है। इस दौरान हिंदी भाषा में अतुलनीय योगदान के लिए लोगों को राजभाषा के पुरस्कार से नवाजा जाता है।
हिंदी दिवस को यादगार बनाने के लिए स्कूल कॉलेज व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में भाषण प्रतियोगिता के साथ तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जााते हैं। साथ ही कई साहित्यिक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। इस बीच नीचे दिए इन पंक्तियों का उल्लेख करें, फिर देखिए आपके भाषण के प्रति लोगों की दिलचस्पी कैसे बढ़ती है।
हिंदी अपनी बान है, भारत मां की शान।
इसके ही सम्मान से बढ़े हमारा ज्ञान।।
हिंदी रस रसना चखे, करे दिलों पर राज।
मधुर-मधुर से भाव से, हिंदी है सरताज।।
अब तो मिलना चाहिए, हिंदी को सम्मान।
पूर्ण राष्ट्रभाषा बने, ऐसा लो संज्ञान।।
भाषण का अंत करते समय हिंदी दिवस के महत्व व इतिहास का वर्णन अवश्य करें, बिना इसके आपके स्पीच को पूरा नहीं माना जाएगा। इस दौरान केवल महत्वपूर्ण बिंदुओं का उल्लेख करें।
ये कुछ लाइनें आपके भाषण में लगा देंगी चार चांद
साल 1946 में आजादी के बाद, जब संविधान सभा के सामने राजभाषा का सवाल खड़ा हुआ, तब हिंदी सबसे बेहतर विकल्प के रूप में सामने आई। हालांकि हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाए जाने पर कुछ लोग इसके विरोध में थे। तब हिंदी और इंग्लिश दोनों को आधिकारिक भाषा के रूप में चुना गया। इसके बाद संविधान सभा ने एकमत के साथ 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा घोषित कर दिया गया। वहीं राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की सिफारिश के बाद, 14 सितंबर 1953 से हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। हिंदी दिवस को स्कूल, कॉलेज व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाता है।
आज का दिन हम सभी भारतीयों और हिन्दी प्रेमियों के लिए बेहद की खास है क्योंकि आज पूरे भारत और पूरी दुनिया में हिन्दी दिवस मनाया जा रहा है। हिन्दी दिवस मनाने की शुरुआत इस उद्देश्य के साथ की गई थी कि संसार में हिन्दी भाषा को बढ़ावा मिल सके। आज पूरे विश्व में छः हजार से भी ज़्यादा भाषाएं हैं और न जाने कितनी बोलियां हैं, जो हमारे देश में बोली जाती हैं। उन सभी अनगिनत भाषाओं और बोलियों में से एक भाषा हिन्दी भी है। हिन्दी हिन्दुस्तान की नहीं बल्कि पूरे संसार की दूसरी बड़ी भाषा है। हिंदी भाषा का उपयोग आज सर्वाधिक आबादी द्वारा किया जा रहा है। अन्य दूसरी भाषाओं के मुकाबले में हिंदी सबसे सरल भाषा है जिसे कोई भी आसानी से पढ़ सकता है, समझ सकता है, सीख सकता है, बोल सकता है और लिख सकता है।
भारत में ज़्यादातर लोग हिंदी भाषा ही बोलते हैं। 14 सितम्बर सन् 1949 को हिन्दी भाषा को हमारे देश की ‘राजभाषा’ का दर्जा मिला था। हिन्दी भाषा को हिन्दुस्तान की जननी भी कहते हैं। आज देश के कोने-कोने में हिन्दी भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। आम बोलचाल के साथ-साथ छोटे-बड़े कामों में, कार्यक्रमों में, भाषणों में, समाचार पत्रों में, सरकारी कामकाज में, शिक्षा में, मनोरंजन आदि कई क्षेत्रों में हिन्दी भाषा को अधिक महत्व दिया जा रहा है। हिन्दी भाषा की वजह से ही आज हमारा देश एकता के सूत्र में बंधा हुआ है। आज देश का हर नागरिक फिर चाहे वह किसी भी धर्म, समुदाय या जाति का हो, हिंदी भाषा का उपयोग पूरे सम्मान के साथ कर रहा है।
हमारे देश की एकता में हिन्दी का महत्त्वपूर्ण योगदान है। हमें समाज के लोगों से बातचीत करने के लिए और संचार करने के लिए किसी एक विशेष भाषा या बोली की ज़रूरत होती है। हम सभी के जीवन में भाषा बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। हम जिस किसी भी भाषा या बोली में बातचीत करते हैं, हमें उस भाषा का ज्ञान होना भी बहुत ज़रूरी है। भाषा के माध्यम से ही समाज में एक-दूसरे से विचारों का आदान-प्रदान करना संभव हो पाया है। अगर आज हम अपने विचारों को आपस में साझा करने के लिए हिंदी भाषा का ज़्यादा से ज़्यादा प्रयोग करें, तो हमारा समाज और भी मजबूती के साथ एकता के सूत्र में बंध सकता है।
आज हम देख रहे हैं कि हमारे देश के स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में भी हिन्दी का प्रयोग किया जा रहा है। स्कूल का सिलेबस हो या प्रश्न पत्र, अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी को भी वरीयता दी जा रही है। धीरे-धीरे सभी पाठ्यक्रमों में हिन्दी को अनिवार्य किया जा रहा है। इतना ही नहीं, अब तो सभी संस्थानों, कार्यालयों, सरकारी आफिसों आदि सभी जगहों पर हिन्दी भाषा के प्रयोग पर ज़ोर दिया जा रहा है। इसके अलावा हिंदी समाचार पत्र, हिंदी पत्रिकाएं, हिंदी न्यूज़ चैनल भी हिंदी भाषा को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। हिंदी फिल्म जगत के क्षेत्र में भी हिंदी का वर्चस्व बढ़ा हुआ नज़र आ रहा है। हिन्दी भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी कामयाबी की तरफ अपने कदम बढ़ा रही है।
हमें इस बात पर भी गौर करना होगा कि हमारे देश के विकास के लिए एक राष्ट्र एक भाषा यानी कि एक राष्ट्रभाषा का होना बहुत ज़रूरी है। भारत के विकास में आज़ादी से पहले, आज़ादी के दौरान और आज़ादी के बाद हिन्दी भाषा का योगदान सर्वोच्च रहा है। हिन्दी से ही हमारे समाज और हमारे देश का निर्माण हुआ है। हिन्दी हमारे देश की राष्ट्रभाषा न सही लेकिन राजभाषा ज़रूर है, जिसपर हमें हमेशा गर्व होना चाहिए। हिन्दी हमारे देश का गौरव है और हम सभी देशवासियों को इसे बरकरार रखने में कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।
हिन्दी हमारे देश की आन, बान और शान है। हिंदी हम हिंदुस्तानियों के दिल की भाषा है, जो हर देशवासी के दिल पर राज करती है। शायद हिंदी इसीलिए नायाब है। इन्हीं विचारों के साथ अब मैं अपनी वाणी को यहीं पर विराम देना चाहूंगा। आशा करता हूं कि आपको मेरे विचार ज़रूर पसंद आए होंगे। मेरी ओर से आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
1. हिंदी हमारी मातृभाषा है।
2. हर साल राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को और विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है।
3. 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया।
4. पहला आधिकारिक हिन्दी दिवस 14 सितंबर सन् 1953 को मनाया गया था।
5. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।
6. हिंदी को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है।
7. इस दिन हिंदी साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जैसे हिंदी कहानी प्रतियोगिता, हिंदी कवि सम्मेलन आदि।
8. हिन्दी दुनिया में बोली जाने वाली भाषाओं में तीसरे नंबर पर है।
9. हिंदी दिवस ऐसे लोगों को जगाने का प्रयास है जो अंग्रेजी को ज्यादा अहमियत देते हैं।
10. हमें अपनी मातृभाषा यानी हिंदी भाषा में बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए।
PDF Name: | हिंदी-दिवस-पर-भाषण |
File Size : | 522 kB |
PDF View : | 2 Total |
Downloads : | 📥 Free Downloads |
Details : | Free PDF for Best High Quality हिंदी-दिवस-पर-भाषण to Personalize Your Phone. |
File Info: | This Page PDF Free Download, View, Read Online And Download / Print This File File At PDFSeva.com |
Want to share a PDF File?
Copyright/DMCA: We DO NOT own any copyrights of this PDF File. This Hindi Diwas Par Bhashan PDF Free Download was either uploaded by our users @Live Pdf or it must be readily available on various places on public domains and in fair use format. as FREE download. Use For education proposal. If you want this Hindi Diwas Par Bhashan to be removed or if it is copyright infringement, do drop us an email at [email protected] and this will be taken down within 24 hours!
© PDFSeva.com : Official PDF Site : All rights reserved :Developer by HindiHelpGuru